हरियाणा में चुनावी शोरगुल थमा: सभी राजनीतिक दलों ने अंतिम दिन किया शक्ति प्रदर्शन
- By Vinod --
- Thursday, 23 May, 2024
All political parties showed strength on the last day
All political parties showed strength on the last day- चंडीगढ़। हरियाणा में पिछले करीब एक माह से चल रहा चुनाव प्रचार गुरुवार की शाम थम गया। प्रचार समाप्त होने से पहले सभी राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए पूरा जोर लगाया। हरियाणा के चुनावी रण में इस समय कुल 223 प्रत्याशी हैं। जिनमें 207 पुरूष तथा 16 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। इस बार भाजपा सभी दस सीटों पर, कांग्रेस नौ, जननायक जनता पार्टी दस, बहुजन समाज पार्टी नौ, इनेलो छह तथा आम आदमी पार्टी का एक प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। इसके अलावा अन्य सभी निर्दलीय प्रत्याशी हैं।
गुरुवार को प्रचार के अंतिम दिन करनाल से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रोड शो के माध्यम से तीन विधानसभा हलकों को कवर किया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतिम दिन दक्षिण हरियाणा के मतदाताओं को लामबंद किया। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने पंजाब के छोर पर बसे सिरसा में जहां कुमारी सैलजा के समर्थन में रोड शो किया वहीं करनाल लोकसभा के अंतर्गत आते पानीपत में रैली को संबोधित किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी आज हरियाणा में रहे। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी कई इलाकों में रोड शो किया। गंठबंधन टूटने के बाद पहली बार चुनाव लड़ रही जजपा ने भले ही दस सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री व उनके परिजनों का पूरा जोर हिसार में लगा हुआ है। अन्य नौ सीटों पर उनके प्रत्याशी बिखर चुके हैं।
हरियाणा की राजनीति में हाशिए पर चल रही इंडियन नेशनल लोकदल छह सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं लेकिन पार्टी का पूरा जोर कुरूक्षेत्र में लगा रहा। चुनाव प्रचार का अंतिम दिन आने तक इनेलो के कुरूक्षेत्र व हिसार को छोडक़र अन्य सभी स्थानों पर प्रत्याशी प्रचार को बढ़ाने में असफल रहे।
चुनाव प्रचार समाप्त होने तक हरियाणा की सभी दस सीटों पर तस्वीर साफ हो गई है। इस बार यहां कांग्रेस तथा भाजपा में सीधा मुकाबला होगा। केवल कुरूक्षेत्र की सीट पर आम आदमी पार्टी और इनेलो के होने से असमंजस की स्थिति बनी हुई है। चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशी अब बैठकों में लग गए हैं। शुक्रवार को दिन भर बैठकों का दौर चलेगा। ज्यादातर प्रत्याशियों ने मतदान वाले दिन बूथ पर बैठने वाले एजेंटों की बैठकें बुला ली हैं।